कुंडलपुर का रुक्मणी मठ , सपाट छत्त मंदिर :
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rukmani math kundalpur |
जिला मुख्यालय दमोह से 37 किमी दूर स्थित रुक्मणि मठ राज्य पुरात्तव विभाग के अधीन है। यह कुण्डलपुर से 3 km की दूरी पर स्तिथ है।
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Rukmani Math Kundalpur |
रुक्मणी मठ को लेकर यह कथा भी प्रचलित :
बताते है कि सुखसागर में वर्णित है की मां रुक्मणी का हरण कुंडलपुर से हुआ था। प्राचीन काल में इसे कुंदनपुर के नाम से जाना जाता था। अंबिका की पूजा के लिए पहुंची रुकमणी को भगवान श्री कृष्ण द्वारा हरण कर लिया गया था। इसी वजह से इस पवित्र स्थान से लोगों की आस्था जुडी हुई है। यह मठ वर्गाकार आकृति में सपाट स्तंभ का वास्तु विन्यास है। कुंडलपुर में स्थित मां रुक्मणी मठ से 4 फरवरी 2002 की रात अज्ञात चोरों द्वारा मां रुक्मणी की वेशकीमती प्रतिमा को चोरी कर लिया था। बाद में यह प्रतिमा राजस्थान के हिंडोली जिला से अप्रैल 2002 में ही बरामद कर ली गई थी। इसके बाद मां रुक्मणी की प्रतिमा को विदिशा के ग्यारसपुर संग्रहालय में सुरक्षित रखा गया था।
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sapat chatt mandir |
रुक्मणि मठ ( सपाट छत्त मंदिर ) का इतिहास :
संभवत यह मंदिर गुप्त शासकों के समय का है एवं लगभग छठवीं शताब्दी में गुप्त शासकों के समय में बनवाया गया है। इसे सपाट छत मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर की छत बिल्कुल सपाट है एवं 30 स्तंभों पर टिकी हुई है। 2 दरवाजे अगल बगल में है एवं मुख्य दरवाजा बीच में है। मटकी अंदर वर्तमान में कोई प्रतिमा नहीं है एवं नाही कोई नक्काशी या मूर्तिकला है।
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Rukmani Math |
1 Comments
Nice information
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