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कटी घाटी चंदेरी का रहस्य : The mystery of Kati Ghati Chanderi ( haunted or enchanted )

 चंदेरी के रहस्य और ऐतिहासिक स्थान : कटी घाटी 

The mystery of  Chanderi and its historical places :Kati Ghati 

कटी घाटी चंदेरी 

मित्रो पिछले ब्लॉग की सीरीज में चंदेरी पर दो भाग लिख चुका हूँ , यदि आपने इन्हे अभी तक नहीं पढ़ा है, तो उनकी लिंक नीचे दे रहा हूँ उन पर क्लिक कर आप इन्हे पढ़ सकते है :  

Part 1 : Chanderi - a town of forts and art चंदेरी : किलों और कला का शहर

चंदेरी शहर का दृश्य 

Part 2  : Chanderi The hidden gem of Indian history and city of mystery :  चंदेरी भारत के इतिहास का एक अनमोल हीरा और रहस्यों का शहर 

कटी घाटी चंदेरी 

कटी घाटी चंदेरी का रहस्य और किवदंतिया : The mystery  of Kati Ghati Chanderi 

कटी घाटी चंदेरी 

        अभी तक पिछले दो ब्लॉग में चंदेरी के प्रमुख इतिहास और मुख्य स्थानों , महलों और किलों के बारे में विस्तार से लिख चुका हूँ। पर यहाँ इतने स्थान और घटनाये उपलब्ध है कि लगता है अभी तक कुछ देखा ही नहीं और अभी तक कुछ भी चंदेरी पर लिखा ही नहीं है और बहुत कुछ लिखना बाकि है।  इसी कड़ी में आज चंदेरी पर तीसरा ब्लॉग लिख रहा हूँ और स्थान बहुत महत्वपूर्ण है जिसका नाम है कटी घाटी। कटी घाटी स्थान चंदेरी में वह सब कुछ उपलब्ध करवाता है जो इसे एक रहस्यमय और रोचक स्थान बनता है और इस स्थान के प्रति जिज्ञासा को बढ़ाता है। 

कटी घाटी चंदेरी मार्ग 

        15वीं शताब्दी के दरमियान एक विशालकाय चट्टान को काटकर बनाया गया एक विशाल मार्ग पहाड़ियों के बीच घुमावदा रास्ते से होता हुआ एक सुनसान सड़क के बाद उसे एक विशाल गेट और उस गेट को बनाने वाले व्यक्ति द्वारा आत्महत्या करना और उस व्यक्ति की कब्र यह सब चंदेरी की इस कटी घाटी को एक दिलचस्प जगह बनती है। 

        जैसा कि मैंने पिछले ब्लॉग में लिखा है चंदेरी भारतीय इतिहास की कहानी में ऐसा स्थान है जो पुरातात्विक और ऐतिहासिक महत्व के स्मारकों , स्थलों से भरा पड़ा है। और जो चीज चंदेरी को एक दिलचस्प स्थान बनती है वह यह कि यहां के ऐतिहासिक स्थलों और उनके स्थलों पर ओढ़े हुए रहस्य की एक चादर और जिन के साथ कई मिथक और कई किवदंतिया  जुड़ी हुई है। जैसे एक गुमनाम संगीत सम्राट बैजू बावरा की गुमनाम कब्र, जोहर स्मारक जहां हजारों राजपूत महिलाओं ने छलांग लगाकर मृत्यु को गले लगाया, किले का कुख्यात खूनी दरवाजा और इन सबसे अलग एक घाटी जो इतिहास में एक अलग स्थान रखती है जिसका नाम है कटी घाटी। 

कटी घाटी चंदेरी 

        यह स्थान बॉलीवुड की फिल्म स्त्री से और प्रसिद्ध हो गया है। चंदेरी से दक्षिण दिशा में चलने के बाद चंदेरी का शहर पीछे छूट जाता है  एक उजाड़ हिस्से को पार कर धीरे-धीरे पहाड़ों की ओर बढ़ता हुआ मार्ग  एक अचानक मोड़ के बाद एक विशाल धनुषाकार प्रवेश द्वार के सामने आ जाता है। अचानक से पहाड़ों के बीच में एक गेट आने पर सडक बंद जाती है और इस मोड़ के पास एक सुनसान स्थान है और अजीब सन्नाटा रहता है। 

कटी घाटी 

कटी घाटी का इतिहास, मिथक और किवदंतिया : history of kati ghati, myths and legend :

        इतिहासकारों के अनुसार कटी घाटी का निर्माण ठोस चट्टान को काट के किया गया है जिसकी ऊंचाई 80 फीट और चौड़ाई 35 फ़ीट है। कटी घाटी के द्वार पर देवनागरी और नश्क लिपियों में उत्कीर्ण लिपियों के अनुसार कटी घाटी का निर्माण 1490 ईस्वी में जिमन खान ने करवाया था जो उस समय के चंदेरी के गवर्नर शेरखान का पुत्र था। मालवा के सुल्तान गयासुद्दीन खिलजी के स्वागत के लिए इस द्वार का निर्माण करवाया गया था जो अगले दिन चंदेरी शहर में निरीक्षण हेतु आने वाले थे। समय कम होने के कारण जिमन खान ने घोषणा की की जो भी एक रात में इस द्वार का निर्माण करेगा उसे बड़ा इनाम दिया जाएगा। ऐसा कहा जाता है कि उसे समय के राज  मिस्त्रियों में केवल एक ही व्यक्ति ऐसा था जिसने इस चुनौती को स्वीकार किया और एक रात में इस द्वारा को बनाकर तैयार कर दिया। राजा उस समय आश्चर्यचकित रह गया जब उसने देखा कि राज मिस्त्री ने जो वादा किया था उसके अनुसार उसने उस गेट को बना दिया ,लेकिन गेट के निरीक्षण में पता चला कि एक भयंकर भूल कर दी गयी है ,दरवाजे में कब्जे का प्रावधान तो है ही नहीं जो उस समय चंदेरी की सुरक्षा के लिए आवश्यक था। जिस कारण जिमन खान ने राजमिस्त्री को इस महत्वपूर्ण गलती के लिए इनाम देने से मना कर दिया और कहा जाता है कि इसी जगह पर राजमिस्त्री ने बाद में भयंकर गलती के बाद वहां से चला गया और आत्महत्या कर ली और बाद में उसकी कब्र वहां ही प्रवेश द्वार के आगे बना दी गई। 

कटी घाटी चट्टान पर उत्कीर्ण शिलालेख 

        कटी घाटी की उत्पत्ति 15वीं शताब्दी में हुई जब चंदेरी मालवा सल्तनत के अधीन प्रांत था जिस पर खिलजी वंश का शासन था। मालवा से सुल्तान गयासुद्दीन खिलजी ने  चंदेरी के प्रशासन की समीक्षा के लिए चंदेरी जाने की योजना बनाई थी और जिमन खान किसी भी तरह सुल्तान को प्रभावित करना चाहता था और भव्य स्वागत करने का विचार उसके मन में आया। उसका विचार उस चट्टान को काटना था जो मालवा और बुंदेलखंड के बीच रास्ते के बीच में खड़ी थी और वह चाहता था इस चट्टान को काटकर एक विशाल दरवाजा बनाया जाए। समय कम था और कार्य अधिक था।  85 फीट की ऊंचाई तक उठी पहाड़ी और 240 फीट की चौड़ाई में फैली चट्टान को काटना जबकि उस समय कोई ऐसी भारी मशीनरी भी उपलब्ध नहीं थी। 

कटी घाटी से चंदेरी का दृश्य 

        गेट बनाने से पहले तीन शर्ते रखी गयी। पहली कि योजना के गेट का चित्र तैयार करना होगा , दूसरी कार्य समय से पूरा करना होगा और तीसरी यह थी कोई भी इसके बारे में नहीं जान पाए क्योंकि वह सुल्तान को इस गेट का उपहार देना चाहता था। कारीगर ने शर्तें मान ली और चट्टान को काटकर विशाल प्रवेश द्वार बना दिया और जिमन खान को निरीक्षण करने के लिए बुलाया। विशाल दरवाजे को देख कर जिमन खान बहुत खुश हुआ लेकिन थोड़ी देर में ही उसकी खुशी गायब हो गई क्योंकि उसे एहसास हुआ की प्रवेश द्वार में कोई दरवाजा नहीं है और दरवाजा लगाने के लिए कोई कब्जे ही नहीं बनाये गए हैं। सबसे बुरी बात यह हुई की गेट बनने के बाद चंदेरी दुश्मनों के लिए खुल गया और एक ऐसा आसान रास्ता तैयार हो गया जो सल्तनत को खतरा पहुंचा सकता था। 

चंदेरी दुर्ग से कटी घाटी का दृश्य 

        पहाड़ रूपी एक प्राकृतिक दीवार जो सल्तनत की रक्षा करती थी अब वह टूट गई थी और एक उसमें आसान रास्ता तैयार हो गया था। इस गलती का एहसास होने के बाद कारीगर को अपनी भारी भूल का एहसास हुआ। इतिहासकार बताते हैं उसी समय मिस्त्री तुरंत बाद वह स्थान छोड़कर चला गया और कुछ समय बाद उसने  आत्महत्या कर ली और उसके बाद उसको दरवाजे के पास में ही दफन कर दिया गया। हालाँकि राजमिस्त्री तो दुनिया से चला गया पर पीछे एक ऐसा स्थान छोड़ गया जिसने उस गुमनाम राजमिस्त्री को दुनिया में अमर कर दिया और यह स्थान चंदेरी की एक महत्वपूर्ण विरासत बन गया जिसे देखने दुनिया से सैलानी आते है। 

कटी घाटी के पास बानी कब्र 

कटी घाटी चंदेरी 

कटी घाटी के बारे में आश्चर्यजनक तथ्य  : 

        कटी घाटी वास्तव में पहाड़ को काटकर बनाया गया एक प्रवेश द्वार दरवाजा है जो वर्ष 1490 में बनाया गया था। एक विशाल चट्टान में 80 फीट ऊंची, 39 फीट चौड़ी और 192 फीट लम्बाई में पहाड़ी को काट कर घाटी का निर्माण किया गया था। इस घाटी को बनाने वाले मजदूरों ने अपनी उपस्थिति के रूप में उन्होंने इस दीवार पर लाइन बनाई थी जो आज भी यहां देखी जा सकती है। कटी घाटी के बारे में दिलचस्प तथ्य यह है कि शिलालेख में हिंदू भगवान गणेश का संदर्भ दिया गया है। चूँकि इस घाटी गेट में कोई दरवाजा नहीं था,  दुश्मनों से रक्षा के लिए चट्टान के ऊपर एक कमरा बनाया गया जहां सेना तैनात रहती थी।  इस घाटी के बीच में ही पहाड़ को काट मेहराबदार प्रवेश द्वार को बनाया गया है। दोनों और दो बुर्ज बनाये गए है।   


        वर्ष 2018 में आई हिंदी फिल्म स्त्री जिसमें राजकुमार राव और श्रद्धा कपूर ने मुख्य भूमिका निभाई थी इसी शहर पर काल्पनिक कहानी पर आधारित है। कहानी एक चुड़ैल के बारे में है जो शहर से लोगों का अपहरण कर लेती है और बिना किसी निशान के उनको गायब कर देती है और उनके पहने हुए कपड़े मिलते है। चुड़ैल को दूर रखने और पुरुषों को सुरक्षित रखने के लिए घरों की दीवारों पर पेंट करवा कर लिखवाया गया स्त्री कल आना।  हालांकि इस कहानी के पीछे मूल कहानी नाले बा Nale Ba कहानी एक जो कर्नाटक की एक लोककथा पर आधारित है  जिसका कन्नड़ में अर्थ है कल आना या come tomorrow. कहानी एक लोक कथा पर आधारित है.  कर्नाटक की इस लोककथा में भूत  जो रात के अँधेरे में दरवाजा खटखटाता था। आज भी कर्नाटक के करीब गांव और छोटे शहर में भूत को दूर रखने के उपाय के रूप में दरवाजों ,दीवारों पर नाले बा शब्द लिखा मिल जाता है जिसका अर्थ होता है कल आना । 

स्त्री मूवी सेट चंदेरी 

चंदेरी में कटी घाटी तक कैसे पहुंचे : How to reach Kati Ghati Chanderi 

चंदेरी पहुंचना बहुत आसान है. यह बस, ट्रेन कनेक्टिविटी से जुड़ा हुआ है. सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन अशोकनगर है जो 48 किलोमीटर की दूरी पर है. यहां से बस और टैक्सी आसानी से मिल जाते हैं। नजदीकी एयरपोर्ट ग्वालियर है जो 227 किलोमीटर दूरी पर स्थित है. ललितपुर से चंदेरी की दूरी 37 किलोमीटर है।

कटी घाटी चंदेरी चित्र दीर्घा :Photo Gallery of Kati Ghati Chanderi 

कटी घाटी वर्णक 

कटी घाटी जानकारी 

कटी घाटी शिलालेख 

कटी घाटी जानकारी 

कटी घाटी चट्टान 

कटी घाटी चंदेरी 

कटी घाटी चंदेरी 


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8 Comments

  1. Chanderi part2 blog with estri 2movie seen 🥰🥰

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  2. Excellent blog on kati ghati chanderi beautiful photography 👌👌👍👍🙏🙏🙏

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  3. Very interesting stori very nice and congratulations

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  4. ऐसे रहस्यों से परिपूर्ण जो एक भारतीय गौरव को संजोए हुए है🙏🏻🙏🏻

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  5. बेहद रोमांचक स्टोरी सरजी 🙏🙏🙏

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  6. 👏🏻👏🏻

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