Andher Buddhist Stupas and remains Raisen : अंधेर स्तूप रायसेन :
|
अंधेर स्तूप 01 |
साथियों यह ब्लॉग बहुत दिनों बाद पोस्ट कर रहा हूँ। अभी वर्तमान में , मैं साँची बौद्ध स्तूप और इसके आसपास के बौद्ध सर्किट को कवर कर रहा हूँ। हालाँकि साँची एक बहुत छोटी साइट है और कुछ घंटो में ही कवर हो जाती ही पर यदि आप इसके ऐतिहासिक महत्व के अनुरूप इसे देखेंगे तो यह साइट बहुत महत्वपूर्ण है कई दिन भी इसके लिए कम है। अभी तक साँची सीरीज पर चार भाग लिख चुका हूँ यदि आपने इन्हे अभी तक नहीं पढ़ा है तो नीचे लिंक पर क्लिक कर आप इन्हे पढ़ सकते है।
|
अंधेर स्तूप से सूर्यास्त का दृश्य |
|
साँची स्तूप 01 |
|
साँची स्तूप 03 |
|
andher stupa sunset view |
अधिकतर लोग साँची को केवल एक साइट समझते है पर वास्तव में सांची स्तूप के चारों तरफ एक बहुत बड़ा Buddhist circuit फैला हुआ है जिसमे चार बौद्ध स्तूप ग्रुप समूह है जो लगभग 20 किलोमीटर के रेडियस में साँची के चारों तरफ फैले हुए हैं। भोजपुर या मुरलखुर्द और अंधेर स्तूप दक्षिण पूर्व दिशा में है, सोनारी स्तूप दक्षिण पश्चिम दिशा में है, पश्चिम दिशा में लगभग 10 km की दूरी पर सतधारा समूह के स्तूप है और सुदूर 100 km की दूरी पर सारू मारु स्तूप है।
|
साँची और इसके चारो तरफ के स्तूप समूह |
सांची और उसके आसपास का क्षेत्र ईसा पूर्व शताब्दियों से ही बौद्ध स्मारकों के लिए मशहूर है। ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी में मौर्य शासन के समय से यहाँ बौद्ध स्मारकों का निर्माण शुरू हुआ था जो लगभग 10 वी सदी के आसपास तक होता रहा। ईसा पूर्व से लेकर बाद की अन्य कई शताब्दियों तक के बौद्ध स्मारक यहां मौजूद है। पर दुख की बात यह है कि सांची के अलावा अन्य बौद्ध स्मारकों के बारे में लगभग जानकारी बहुत कम है। इसमें सतधारा और मुरलखुर्द या भोजपुर बौद्ध स्तूप समूह पर मैं ब्लॉग लिख चुका हूँ , यह दोनों स्तूप समूह बहुत महत्वपूर्ण है और काफी संख्या में स्तूप इसमें शामिल है , यदि आपने यह दोनों स्तूप समूह के बारे में अभी तक नहीं पढ़ा है तो लिंक नीचे दे रहा हूँ आप क्लिक कर पढ़ सकते है :
|
andher stupa 03 |
अब आज के विषय अंधेर स्तूप पर आते है। यहाँ का नाम अंधेर वास्तव में यहाँ को चरितार्थ भी करता है क्योंकि यहाँ के बारे में कोई अधिक जानकारी भी नहीं और पुरातत्व विभाग द्वारा कोई संकेतक या इनफार्मेशन बोर्ड भी नहीं लगाया गया है जिससे यहाँ के बारे में जानकारी मिल सके। स्थानीय मदद के बिना आप यहाँ तक पहुँच ही नहीं सकते। यहाँ के लिए कोई रास्ता भी नहीं है। सूर्यास्त के बाद यहाँ अँधेरा छा जाता है।यहाँ तक पैदल ही जाया जा सकता है। लगभग 1.5 किलोमीटर की पैदल दूरी तय कर ही यहाँ तक पहुंचा जा सकता है पर जब आप एक बार यहाँ आ जायँगे तो बहुत ही रोमांचक नजारा यहाँ से दिखता है। सूर्यास्त का अद्भुत दृश्य यहाँ से दिखता है।
|
Andher Stupa 01 |
अंधेर स्तूप मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में सांची से 19 किलोमीटर दक्षिण पूर्व दिशा में बौद्ध स्तूप समूह है। यह इतनी ऊंचाई पर है कि आप यहां से मुरेल खुर्द के स्तूप और उसके आगे सांची तक के स्तूप देख सकते हैं। यहां पर कुल तीन स्तूपों का समूह है जो अभी सुरक्षित स्थिति में है। एक मुख्य स्तूप और दो स्तूप छोटे हैं। एक और बड़ा स्तूप है रहा होगा जो अब लगभग खत्म हो चुका है।
|
अंधेर स्तूप 02 |
मुख्य स्तूप क्रमांक 01 का समय लगभग 150 BCE है और यह यहां सबसे बड़ा स्तूप है। इसके चारों तरफ वेदिका या रेलिंग भी रही होगी जिसके अवशेष अभी भी विद्यमान है।
|
अंधेर स्तूप |
स्तूप क्रमांक दो और तीन से ब्राह्मी लिपि में इनस्क्रिप्शन मिला था जिसमें यहाँ के बौद्ध भिच्छुओ के नाम दर्ज थे जिनके नाम सांची स्तूप क्रमांक 02 पत्र दो और सोनारी के स्तूप क्रमांक दो और तीन में मिले थे। ( Vachi and moggaliputa for stupa 02 and Haritiputa for stupa 03)
अंधेर स्तूप के बारे में अधिकांश जानकारी उपलब्ध नहीं है और पुरातत्व विभाग द्व्रारा भी कोई जानकारी प्रदर्शित नहीं की गयी है। स्थानीय लोग इसे सास बहू का बैठका से संबोधित करते है। बहुत ही दुर्लभ साइट है यह और यदि आप यहाँ जाये तो किसी स्थानीय को साथ में ले जाये, अकेले जाना बहुत ही मुश्किल सफर हो सकता है।
अंधेर स्तूप तक कैसे पहुंचे : How to reach andher stupa :
नजदीकी रेलवे स्टेशन विदिशा है जहा से अंधेर स्तूप 25 km की दूरी पर स्तिथ है। नजदीकी एयरपोर्ट भोपाल है। विदिशा से टैक्सी ऑटो की मदद से आप यहाँ पहुँच सकते है , नजदीकी ग्राम karhod है जो रायसेन जिले में आता है। पहाड़ पर लगभग 1.5 km की दूरी पैदल ही तय करना पड़ेगी। यहाँ जाने का सबसे बेहतर समय अक्टूबर से फरवरी का है।
अगले ब्लॉग में सोनारी स्तूप समूह को कवर करूँगा जिससे साँची का बौद्ध सर्किट समूह पूर्ण हो जायगा। साथियों आपको यह ब्लॉग कैसा लगा कमेंट में अवश्य बताये।
चित्र दीर्घा अंधेर स्तूप : Photo Gallery of Andher Stupa
|
अंधेर स्तूप |
|
अंधेर स्तूप रेलिंग |
|
अंधेर स्तूप वेदिका |
|
अंधेर स्तूप 01 छतिग्रस्त वैदिक |
|
अंधेर स्तूप 01 छतिग्रस्त वैदिका |
|
अंधेर स्तूप 01 छतिग्रस्त वैदिका |
10 Comments
The great blog on the andheri stupas it is realy amazing that the description of the Andheri stupas. photography is very beautiful. Your efforts are appreciated ...
ReplyDeleteCongratulations🎉
Thanks a lot 😌
Thanks a lot Sahu ji
DeleteSo nice view with new information and best photography.
ReplyDeleteDhanywad
DeleteBest photography
ReplyDelete👍
ReplyDeleteबौद्ध स्थापत्य के अनुपम उपहार
ReplyDeleteThanks Abhishek
Deleteबहुत ही सटीक और रोचक पुरातात्विक विवरण
ReplyDeleteThanks a lot 🙏
Delete